नादौन (हमीरपुर)। नादौन के वार्ड नंबर एक में पेड़ की विशाल टहनी अचानक गिरने के कारण विद्युत आपूर्ति तो बाधित हुई ही, हादसे में पेयजल योजना के तहत ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी भी बाल-बाल बच गए। कर्मचारी पंप हाउस में बैठे हुए थे।
रविवार देर रात वार्ड नंबर एक में पीपल के पेड़ की टहनी अचानक बिजली की तारों पर गिर गई जिससे जोरदार धमाका हुआ। कर्मियों गुरदास राम तथा केवल कुमार ने बताया कि करीब बारह बजे पंप हाउस में बैठे थे। अचानक जोरदार धमाके की आवाज हुई। आवाज सुनकर बाहर की ओर भागे तो देखा कि जर्जर हो चुके बड़े पीपल के पेड़ की एक टहनी टूट कर बिजली की तारों पर अटक गई थी। यदि यह टहनी घूम कर साथ लगते पंप हाउस पर गिरती तो उनकी जान भी जा सकती थी।
पंप हाउस का भवन लगभग चालीस वर्ष पुराना है और पूरी तरह से जर्जर अवस्था में पहुंचने के चलते कभी भी गिर सकता है। पंप हाउस के साथ लगभग चार वर्ष पूर्व एक अन्य भवन का निर्माण भी हो चुका है परंतु आज तक विभाग ने नए भवन में पंप हाउस को स्थानांतरित नहीं किया है। लोगों का कहना है कि पीपल का यह पौराणिक पेड़ जर्जर अवस्था में है। पेड़ कभी भी नीचे गिर कर साथ बने भवनों को क्षति पहुंचा सकता है। विद्युत विभाग के एसडीओ विकैलाश चंद अत्री ने बताया कि रात को विद्युत लाइनों पर पेड़ गिरने से आपूर्ति बाधित हो गई थी। स्थल पर मरम्मत कार्य किया जा रहा है।